दिल्ली में आमने-सामने BJP-AAP, पटाखा बैन बना मुद्दा
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार द्वारा पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के फैसले पर विपक्षी दल बीजेपी ने हल्ला बोला है। बीजेपी ने केजरीवाल सरकार के इस फैसले को धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया है। जिस पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में पटाखे बैन नहीं किए जाते तब भी वो लोग सवाल करते कि क्यों नहीं किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा, '...उनको तो कुछ ना कुछ विरोध करना है। अगर हम बैन नहीं करते तो भी वो विरोध करते कि बैन क्यों नहीं किया। प्रदूषण बहुत ज़्यादा है, कोरोना जैसी महामारी की बात करें तो 100 साल बाद ऐसी महामारी आई है। अगर एक साल पटाखे नहीं भी जलाएंगे तो ठीक है। भगवान का पूजन करो, भक्ति करो, भगवान श्री राम 14 साल के बाद वनवास से आए थे तो इसको ध्यान करिए। इस बार पूजन तो लाइव दिखाया जाएगा, मुख्यमंत्री के साथ पूजन करिए।'
उनका कहना है कि '7 से 30 नवंबर तक सभी तरह के पटाखों पर बैन लगाया गया है। प्रदूषण और कोरोना दोनों खतरनाक चीजें हैं। नवंबर के महीने में तो कसम खा लें कि बिना मास्क के बाहर ना निकलें। जब तक वैक्सीन नहीं आती मास्क को वैक्सीन की तरह इस्तेमाल करें। पटाखे प्रदूषण की वजह से बैन किए गए हैं। दिवाली के दिन जब पटाखे जलते हैं तो रात के 4-5 घंटे सांस भी नहीं लिया जाता है।' पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी हुई है और गुरुवार को लगातार तीसरे दिन संक्रमण के 6,000 से ज्यादा मामले आए।'
वही इस मामले में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली में कोरोना की स्थिति और तैयारियों के लिए मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की। त्योहार के मौसम और प्रदूषण के कारण संक्रमण के मामले बढ़े हैं। दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने, चिकित्सा संबंधी आधारभूत ढांचा को चाक-चौबंद बनाने, दिल्ली सरकार के अस्पतालों में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड बढ़ाने का फैसला किया गया है।'
बता दें इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री ने इस दिवाली पर दिल्लीवासियों से पटाखे नहीं चलाने की अपील की थी।