भारतीय रेलवे को कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन से 2400 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधन आशुतोष गंगल ने शुक्रवार को बताया कि ब्यास और अमृतसर के बीच रेलवे का एक पूरा हिस्सा कई दिनों से बंद है। इसके लिए गाड़ियों को तरणतारन होकर गुजारा जा रहा है। यह रास्ता लंबा है और इसकी क्षमता भी कम है जिस कारण कम ट्रेनें ही इस रास्ते से गुजर पा रही हैं।
गंगल के मुताबिक इसकी वजह से रेलवे को करीब 2400 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। गंगल ने बताया कि आंदोलन के कारण दो ट्रेनें रद्द की गई हैं और तीन को आधे रास्ते तक ही चलाया जा रहा है, वहीं सात ट्रेनें के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं। आंदोलन की वजह से मालगाड़ियों का परिचालन भी प्रभावित हुआ है।
उन्होंने बताया कि 24 सितंबर से 24 नवंबर तक पंजाब में किसानों के प्रदर्शन के चलते ट्रेन सेवाएं बंद थीं