-705 अरेस्ट, कानपुर-रामपुर में फिर उपद्रव
कानपुर। नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में शनिवार को भी प्रदर्शन जारी है। आईजी कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 10 दिसंबर से राज्य में हो रहे प्रदर्शनों में अबतक 15 लोगों की मौत हुई है। इन हिंसक प्रदर्शनों में 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, शनिवार को कानपुर जिले की यतीमखाना पुलिस चैकी को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की जा रही है और पुलिस की गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया है। पत्थरबाजी के बाद पुलिस ने उपद्रवियों पर आंसू गैस के गोले भी दागे हैं।इससे पहले कानपुर में पुलिस ने समाजवादी पार्टी (एसपी) के विधायक अमिताभ बाजपेई को हिरासत में ले लिया और एसपी नेता इरफान सोलंकी को प्रदर्शन स्थल से तुरंत जाने की चेतावनी दी। यहां प्रदर्शनकारियों की तरफ से पुलिस पर पत्थरबाजी के साथ-साथ फायरिंग भी की गई।इन घटनाओं को देखते हुए कानपुर पुलिस ने रैपिड ऐक्शन फोर्स (आरएएफ), वज्र वाहन और पीएसी को दंगा प्रभावित क्षेत्रों में मोर्चा संभालने के लिए उतार दिया है। कानपुर में हो रहे उग्र प्रदर्शन में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। आईजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रवीण कुमार ने कहा, श्राज्य में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे 10 दिसंबर से प्रदर्शन में 705 लोग गिरफ्तार किए गए हैं जबकि 4500 लोगों को ऐहतियातन गिरफ्तारी के बाद रिहा कर दिया गया। वहीं, इन घटनाओं में 15 लोगों की मौत हुई है, 263 पुलिसकर्मी हिंसक प्रदर्शनों में घायल हुए हैं, जिनमें से 57 लोग आग से झुलसे हैं।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की है। आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ चल रहे हिंसक आंदोलन के बारे में बात हुई। योगी ने राज्यपाल को इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। राज्यपाल की ओर से गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी। हालांकि, इन दोनों की मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।